छत्तीसगढ़: जांजगीर-चांपा जिले में एक दुर्लभ प्रजाति का सांप देखा गया है। इसके एक मुंह और दो आंख नहीं, बल्कि 2 मुंह और चार आंख हैं। यहां इसे देखने की लिए लोगों की भीड़ लग गई। इसके बाद लोगों ने बकायदा इस सांप की पूजा अर्चना भी की और पैसे भी चढ़ाए हैं।
बलौदा वन परिक्षेत्र के ग्राम शनिचरीडीह में गुरुवार दोपहर को लोग अपने अपने काम में व्यस्त थे। इसी दौरान गांव के परदेशी कंवर के घर के आंगन में लोगों ने ये सांप देखा। परदेशी के घरवालों ने पहले जब उसे देखा तो वह समझ नहीं पाए कि यह क्या है। पास से देखने पर पता चला कि यह सांप है। वह भी दो मुंह वाला।
सैंड बोवा प्रजाति का सांप है
इसके बाद इस दुर्लभ सांप के निकलने की खबर गांव में फैल गई। सुनते ही लोगों परदेशी के घर पहुंचने लगे। धीरे-धीरे भीड़ जम हो गई। लोगों को लगा कि ये सच में भगवान का रूप है। इसलिए उसकी पूजा अर्चना की गई। एक शख्स ने सांप को उठाकर ट्रे में भी रख लिया था। इस सांप को सैंड बोवा प्रजाति का सांप कहा जाता है। छत्तीसगढ़ी भाषा में इसे लोग मुसलेड़ी भी कहते हैं। ये छोटे आकार का होता है।
बहुत धीरे चलता है
पर्यावरणविदों की माने तो दो मुंह वाला सांप काफी दुर्लभ होता है। यह सांप धीरे चलता है जिसकी वजह से इसका जीवन खतरे में होता है। इसके कभी भी शिकार होने का खतरा हमेशा बना रहता है। ये सांप लाखों में एक होता है। आमतौर पर ये लोगों को नहीं दिखाई देते हैं। इसका दो मुंह होना मां के गर्भ में ही विशेष परिस्थितियों में निर्धारित होता है। इनका जीवन काल भी बहुत छोटा है। यह जहरीले भी नहीं होते हैं।