रायपुर के धरसीवा इलाके के एक ढाबा संचालक ने अपने ग्राहकों को बुरी तरह से पीटकर जख्मी कर दिया। बात सिर्फ समय पर ऑर्डर देने से शुरू हुई और मामला इस कदर बिगड़ा कि दो युवकों की जान जाते-जाते बची। ढाबे पर मौजूद कर्मचारियों और आसपास के मजदूरों ने भी हमला कर दिया। दो युवकों की बुरी तरह से पिटाई की गई। घटना में घायल युवक ने बताया कि वो अगर वहां से भाग नहीं पाते तो जिंदा नहीं बच पाते। घायल युवकों की शिकायत पर धरसींवा थाने की पुलिस ने ढाबा संचालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और इस मामले में जल्द ही उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
यह है पूरा मामला
इस घटना में बुरी तरह से जख्मी हो चुकी है सौरभ गिलहरे ने बताया कि वह BA सेकंड ईयर का स्टूडेंट है। अपने दोस्त जितेंद्र साहू के साथ वह NH30 पर दीपू ढाबा गया हुआ था। वेटर को इन्होंने खाने के लिए आर्डर दिया लेकिन करीब आधे घंटे तक इन्हें खाना नहीं दिया गया। इस बात पर सौरभ गिलहरे ने वेटर को आवाज लगाकर जल्दी खाना देने को कहा। पास ही ढाबे का संचालक दीपू शराब पी रहा था। सौरभ का टोकना उसे पसंद नहीं आया। दीपू इनके करीब आया और गालियां देने लगा। जब सौरभ ने उसे रोकना चाहा तो बेसबॉल का बैट उठाकर सौरभ के हाथ पर दे मारा। दीपू ने अपने सभी वेटर और आस-पास के एक दर्जन मजदूरों को बुला लिया।
अब 17-18 लोगों ने मिलकर दो युवकों पर हमला कर दिया। सौरभ और जितेंद्र की पिटाई की गई। झगड़े के दौरान सौरभ को दीपू ने ढाबे में ही रोक लिया। कुछ मिनट के लिए मामला शांत हुआ तो सौरभ ने अपने परिचित प्रवीण मिश्रा को फोन करके मदद मांगी। जब प्रवीण वहां पहुंचा तो उसे भी पीटा गया। तीनों ने भागकर अपनी जान बचाई। बांस के डंडे से भी इन्हें बुरी तरह पीटा गया। शराब की बोतलें इनपर फेंकी गईं। ढाबा मालिक दीपू की इस दंबगई से युवक घबराए हुए हैं, अब पुलिस से उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।