छत्तीसगढ में नक्सली लगातार हथियार छोड़ रहे हैं। इस बार नक्सलियों ने सुकमा में सरेंडर कर दिया है। यहां एक लाख की महिला इनामी नक्सली समेत 3 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सभी माओवादियों ने नक्सलियों के शोषणा,भेदभाव और स्थानीय आदिवासियों के साथ हो रहे अत्याचार के चलते आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया है।
भेज्जी और गादीरास के रहने वाले हैं
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में एक लाख की महिला नक्सली देवे( कांगेरघाटी एरिया कमेटी अंर्तगत महुपदल एलओसी सदस्य) शामिल है। देवे पर सरकार ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। देवे के अलावा भीमा(भीमकाल एरिया मिलिशिया सदस्य) और गंगा (डीकेएमएस सदस्य) ने आत्मसमर्पण किया है। ये सभी सुकमा जिले के भेज्जी और गादीरास क्षेत्र के रहने वाले हैंं।
इन सभी नक्सलियों ने एसपी कार्यालय में सीआरपीएफ 219वीं वाहिनी कमांडेंट अनिल कुमार और ओम कुमार चंदेल एएसपी सुकमा के सामने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने के बाद पुर्नावास निति के तहत इन्हें 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी गई है। ये सभी पूर्व में कई नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
एक लाख के इनामी समेत 3 ने किया था सरेंडर
इससे पहले दंतेवाड़ा जिले में 22 जून को तीन नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया था। जिनमें से एक पर एक लाख का इनाम घोषित था। ये सभी नक्सली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाने, सड़कों और पुलों को नुकसान पहुंचाने सहित दंतेवाड़ा और पड़ोसी सुकमा जिलों के अंदरूनी इलाकों में माओवादी पोस्टर और बैनर लगाने में कथित रूप से शामिल थे।