Sunday, April 28, 2024
Homeबिलासपुरछत्तीसगढ़: रेंजर से सवा करोड़ की वसूली करते पत्रकार और महिला मित्र...

छत्तीसगढ़: रेंजर से सवा करोड़ की वसूली करते पत्रकार और महिला मित्र पकड़ाये…. 95 लाख से ज्यादा की रकम ले भी चुके थे, अंतिम किश्त लेने पहुंचे थे…..CBI जांच के नाम पर चल रही थी ब्लैकमेलिंग…

मुंगेली । फॉरेस्ट अफसर से ब्लैकमेलिंग कर 1.25 करोड़ की रकम वसूलने वाले दो कथित पत्रकार को पुलिस ने हिरासत में लिया है। मुंगेली रेंजर सीआर नेताम की शिकायत पर पुलिस ने दोनों को पकड़ा है। आरोप है कि अफसर को घोटाले में फंसाने व CBI जांच के नाम पर पत्रकार और उसकी कथित महिला मित्र ब्लैकमेल कर रही थी। बताया जा रहा है कि सवा करोड़ की डिमांड में से 95 लाख रुपये की वसूली कर ली भी गयी थी, आखिरी किश्त लेने के दौरान मुंगेली रेंजर सीआर नेताम ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी, जिसके बाद मुंगेली की कोतवाली पुलिस ने रंगे हाथों दोनों कथित पत्रकारों को पकड़ लिया।

दोनों पत्रकार बिलासपुर में लोकल वेब पोर्टल का संचालन करते ङैं। वेबपोर्टल का संचालक परमवीर मरहास और उसकी महिला मित्र वर्षा तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक मुंगेली वन मंडल में कुछ गड़बड़ियां हुई थी। इसकी जानकारी रेंजर सीआर नेताम के कुछ करीबियों को भी थी। उन्ही में से सरताज ईरानी ने परमवीर मरहास के साथ मिलकर रेंजर को ब्लैकमेल करने का ये पूरा प्लान बनाया है। हालांकि अभी तक ये जानकारी सामने नहीं आयी है कि आखिरकार मरहास और वर्षा तिवारी किस घोटाले के नाम पर रेंजर को ब्लैकमेल कर रहे थे और इसके एवज में रेंजर ने सवा करोड़ की राशि तक देने को राजी हो गया था।

पूछताछ में पता चला है कि सरताज ईरानी ने परमवीर और वर्षा से कहा था कि जितनी भी रकम की वसूली की जायेगी, उसकी 60 प्रतिशत राशि वो खुद रखेगा, जबकि 40 फीसदी रकम पत्रकारों को मिलेगा। पुलिस ने दोनों कथित पत्रकारों को पकड़ने के बाद पुलिस ने सरताज ईरानी को भी दबोचने का प्लान बनाया था, लेकिन ऐन मौके पर वो फरार हो गया। पुलिस ने दोनों कथित पत्रकार से पास से 7.50 लाख रुपये बरामद भी किये हैं।RELATED POSTS

मुंगेली के एडिश्नल एसपी अनिल सोनी ने बताया कि रेंजर से करीब सवा करोड़ की वसूली का मामला सामने आया है, दो पत्रकारों पर वसूली का आरोप है, पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है, पूरे प्रकरण की अभी जांच की जा रही है, जांच के बाद ही बताया जा सकेगा, किस मामले को लेकर ब्लैकमेलिंग किया जा रहा था”

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular