- भीड़ की वजह से सभी केंद्रों में काउंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग तक की धज्जियां
हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण की शुरूआत के लिए हेल्थ विभाग ने जैसे इंतजाम 16 जनवरी को किए थे, बुजुर्ग और बीमारों के लिए शुरू हुए कोरोना टीकाकरण के पहले दिन वैसे नजर नहीं आए। असुविधा से बचने के लिए बुजुर्ग सुबह काफी संख्या में पहुंच गए, लेकिन टीकाकरण शुरू होने से पहले पहले ही कोविन 2.0 पोर्टल का सर्वर ही डाउन हो गया।
यह ढाई घंटे में सामान्य हुआ, इसलिए तब तक लोगों को इंतजार करना पड़ा। यह बदइंतजामी हर सरकारी सेंटर में नजर आए। यही वजह थी कि पहले दिन पूरा टीकाकरण नहीं हुआ और 4 वैक्सीनेशन केंद्रों में 353 टीके ही लगाए जा सके।
जोन दफ्तरों से कूपन लें
सीएमओ डॉ. मीरा बघेल के मुताबिक निगम के जोन दफ्तर में टीके के लिए कूपन जारी किए जा रहे हैं। ये साथ में लेकर ही टीकाकरण केंद्र तक जाएं, इस तरीके से बूथ में भीड़ भी नहीं होगी और आने वालों को असुविधा का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। शहर में सभी 10 जोन दफ्तर में टोकन जारी किए जा रहे हैं।
ये भी जरूरी
- दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए पीने के पानी जैसी तमाम जरूरी सुविधाएं हों।
- घर से केंद्र और केंद्र से घर तक आने का सिस्टम भी बनना चाहिए।
- केंद्र में भीड़ न लगे, इसके लिए कक्ष अलग हो।
काउंटर पर बुजुर्गों की भीड़, कोई बता नहीं पाया कि कितना इंतजार
पहला दिन होने के कारण नेहरु मेडिकल के चौथे माले के इसे सेंटर में फिजिकल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई। रजिस्ट्रेशन के काउंटर पर बुजुर्गों की भीड़ उमड़ी और हेल्थ वर्कर संभाल नहीं पाए। ज्यादातर बुजुर्ग अपने पास मौजूद रजिस्ट्रेशन के लिए कूपन और पहचान पत्र भी दिखा रहे थे, लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण एंट्री ही नहीं हो पा रही थी।
सेंटर | 45-59 | 60+ | कुल |
मेडिकल कॉलेज | 10 | 61 | 61 |
जिला अस्पताल | 05 | 71 | 76 |
आयुर्वेदिक कॉलेज | 05 | 91 | 96 |
आरोग्य अस्पताल | 18 | 92 | 110 |
कुल | 38 | 315 | 353 |
शुरूआत के दो घंटे में केवल दो ही बुजुर्ग को टीके लग पाए, जबकि केंद्र में उस वक्त 20 से अधिक टीके लग चुके थे। यानी 18 टीके हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्करों को लगे। 16 जनवरी से पहले पंजीकृत हो चुके ऐसे हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर जिनको काफी पहले ही टीका लग जाना था, वो भी पहुंच गए। आयुर्वेदिक और जिला अस्पताल में भी भीड़ से अव्यवस्था रही।
पहला टीका लगवाने वाले बुजुर्ग दंपत्ति ने किया लंबा इंतजार
कॉलेज से केवल कुछ सौ मीटर के फासले पर मौदहापारा में रहने वाले 74 साल के बुजुर्ग भरत कुमार को इस बूथ में करीब 11 बजे सबसे पहला सुबह टीका लगा। घर से केंद्र पास होने के कारण वो पत्नी स्मिता (65) के साथ सुबह सवा 9 बजे के आसपास आ गए थे। सर्वर बंद था, इसलिए उन्हें बैठा दिया गया। इस बीच, हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर भी अपने पहली या दूसरी खुराक लगवाने के लिए आने लगे।
जैसे तैसे सर्वर 11 बजे ठीक हो पाया तब जाकर उन्हें टीका लग पाया। भास्कर से बातचीत में भरत कुमार ने बताया कि डॉक्टरों ने सलाह दी है कि यदि टीका लगने के बाद घर जाने पर उन्हें बुखार जैसी स्थिति लगे तो पैरासिटामॉल खाएं। हालांकि उन्हें कुछ भी असहज नहीं लगा।