Saturday, May 18, 2024
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शवों की दुर्दशा: गंगा घाट पर दफनाए गए शवों को नोच-खा रहे कुत्ते और सुअर… सुध लेने वाला कोई नहीं

प्रयागराज. उत्तर प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना काल में राज्य भर से इंशानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. प्रशासन की लापरवाही से मरणोपरांत शव की दुर्दशा हो रही है. शृंग्वेरपुर के गंगा घाट पर दफनाए गए शवों को कुत्ते और सुअर नोच-खा रहे हैं. इस हृदय विदारक दृश्य को देखकर लोग विचलित हो रहे हैं.

प्रदेश में संक्रमित लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि के साथ मरने वालों की संख्या भी डराने वाली है. रोजाना गंगा के विभिन्न घाटों पर सैकड़ों शव जलाए और दफनाए जा रहे हैं. जो शव जलाए जा रहे हैं उसका तो अवशेष गंगा में प्रवाहित हो जाता है लेकिन जो शव दफनाए जा रहे हैं उसकी दुर्दशा हो रही है.

घाटों पर रखवाली न होने से कब्र खोदकर कुत्ते और सुअर शवों को नोच-खा रहे हैं. बुधवार को शृंग्वेरपुर घाट पर यह दृश्य जिसने भी देखा, बहुत दुखी हुआ. अपने परिजनों के अंतिम संस्कार में आए लोगों ने कहा कि सरेआम कुत्ते और सुअर दफनाए गए शवों को खा रहे हैं, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है. शासन-प्रशासन शवों का अंतिम संस्कार कराने में पूरी तरह से फेल हो गई है. भले ही गंगा तट में लाशों को दफनाने और बहाने पर रोक लगा दी है, लेकिन लोग मजबूर होकर अभी भी गंगा किनारे दफना और बहा रहे हैं.बता दें कि कोरोना की वजह से कानपुर, कन्नौज, उन्नाव, गाजीपुर और बलिया में हालात बेहद खराब पाए गए हैं. कन्नौज में गंगा किनारे 350 से ज्यादा शव दफन मिले. वहीं कानपुर में गंगा किनारे और पानी में लाशें ही लाशें नजर आईं. कुछ जगहों पर लाशों को कुत्ते और चील-कौए नोचते नजर आए.

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