सरगुजा: अंबिकापुर के नमनाकला में निर्माणाधीन भवन के सेप्टिक टैंक में गिरकर 9 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। वह खेलते हुए बंद पड़े भवन के पास चला गया था। सेप्टिक टैंक में करीब 6 फुट से अधिक पानी था, जिसमें गिरने के बाद बच्चा डूब गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, नमनाकला मुखर्जीनगर में पीवीसी, फर्नीचर दुकान के संचालक रामप्रवेश विश्वकर्मा का नाती अभ्यांश उनके घर में ही रहकर बचपन से पढ़ रहा था। शनिवार को अभ्यांश दोपहर में घर के बाहर खेलते हुए पड़ोस में निर्माणाधीन भवन के पास पहुंचा। इस भवन का निर्माण करीब 2 सालों से बंद है। सेप्टिक टैंक में गिरकर वह डूब गया। दो घंटे बाद उसे परिजन खोजते हुए सेप्टिक टैंक के पास पहुंचे, तो वह उसमें डूबा हुआ मिला।
लापरवाही के कारण हादसा
घर के बाहर बने सेप्टिक टैंक को एक पुराने सड़े हुए प्लाईबोर्ड से ढंका गया था, जिसके उपर मिट्टी और कचरा जमा था, जिसे अभ्यांश समझ नहीं पाया। अचानक उसका पैर प्लाईबोर्ड पर पड़ा, तो वह टूट गया। इससे बच्चा टैंक में गिर गया। टैंक में करीब छह फुट पानी भरा हुआ था। उसे बाहर निकालकर मिशन अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। देर शाम शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
खुले व असुरक्षित टैंकों से खतरा
इसके पूर्व भी असुरक्षित एवं खुले सेप्टिक टैंकों में गिरने से जनहानि हो चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन या पुलिस ने ऐसे मामलों में कड़े कदम नहीं उठाए हैं, जिसके कारण लापरवाही पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। शहरी इलाकों में ऐसे खतरनाक पुराने टैंक, नए खुले टैंक एवं गड्ढों में मवेशियों के गिरने की भी घटनाएं हो चुकी हैं।
अजिरमा में गड्ढे में डूबकर बच्चे की मौत
शनिवार को ही एक अन्य घटना में नगर से लगे केपी अजिरमा में पानी से भरे गड्ढे में डूबने से तीन वर्षीय बालक आर्यन की मौत हो गई। आर्यन दोपहर में घर के पास खेल रहा था। काफी देर तक नहीं दिखने पर परिजनों ने खोजबीन शुरू की तो वह घर के पास पानी से भरे गड्ढे में डूबा हुआ मिला। उसे निकालकर परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।