एसपी शलभ सिन्हा ने पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने समीरन के पास से 5 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं।
कांकेर: कांकेर के चारामा क्षेत्र से लापता पखांजूर के सिकदार परिवार को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। एसपी शलभ सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है। फिलहाल समीरन सिकदार और उसकी पत्नी से पूछताछ की जा रही है।
1 मार्च की रात से समीरन, उसकी पत्नी जया और दोनों बच्चे रायपुर से लौटने के दौरान उनकी कार में आग लगने के बाद से लापता थे। पहले सभी के जलने की आशंका जताई गई थी, लेकिन फोरेंसिक टीम ने इससे इनकार कर दिया था। जिसके बाद धमतरी के एक होटल में परिवार के रुकने के पुख्ता सबूत पुलिस मिले थे। राजधानी के एक फोटो स्टूडियो में परिवार का अंतिम लोकेशन मिला था।
अपने ही फार्म हाउस में मिले 12 दिन से लापता समीरन सिकदार, उसकी पत्नी जया सिकदार और दोनों बच्चे।
इसके बाद से फैमिली का कुछ पता नहीं चल सका था। अचानक लापता होने से ये मामला बेहद तूल पकड़ चुका था, लेकिन अब आखिरकार कांकेर पुलिस ने चारों को सकुशल बरामद कर लिया है। यह बात साफ है कि सभी खुद से ही छिप रहे थे।
समीरन सिकदार का फार्म हाउस जहां वो पोल्ट्री का व्यवसाय करता था।
अपने ही फार्म हाउस में मिले चारों
समीरन सिकदार, उसकी पत्नी जया और दोनों बच्चे पखांजूर स्थित पीवी-42 में अपने ही फार्म हाउस से मिले हैं। आखिर ये परिवार ऐसे क्यों छिपा था। इसके पीछे क्या वजह थी। पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले का खुलासा किया।
समीरन का घर, बाहर बच्चों के खिलौने, दूसरी तरफ बच्चों की साइकिल रखी हुई है।
होटल में नजर आया था परिवार
मामले की जांच करती हुई पुलिस की टीम धमतरी में भी गई थी। वहां पुलिस को परिवार के अशियाना होटल में रुकने के सबूत मिले थे। इस आधार पर माना गया था कि परिवार जिंदा है। उनके अपहरण की थ्योरी भी गलत है। क्योंकि बुधवार को जिस वक्त यह घटना घटी उसके कुछ देर पहले यानि 8 बजे के आस-पास समीरन सिकदार ने अपने परिवार के साथ होटल में चेक इन किया था। फिर करीब पौने 9 बजे समीर अपने परिवार के साथ खाना खाने निकल जाता है।
इसके बाद 9.30 बजे सभी कार से वापस आते हैं। तब उसकी पत्नी और बच्चे वापस होटल में चले जाते हैं। जबकि समीरन कार से वापस किसी ओर निकल जाता है। इसके बाद वह 2 मार्च को सुबह वापस होटल आता है। फिर परिवार के साथ होटल से चेक आउट करके चारों लोग निकल जाते हैं। पुलिस को इस पूरे घटनाक्रम के सीसीटीवी फुटेज भी मिले थे। जिसके आधार पर यह पूरी जानकारी सामने आई थी।
धमतरी से यह सीसीटीवी फुटेज मिला था। इसमें रोड पर चल रही कार में परिवार सवार था।
स्टूडियो के सीसीटीवी फुटेज नहीं मिले थे
सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने और पड़ताल की, तब ये बात पता चली कि परिवार रायपुर भी गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही पुलिस ने माना था कि परिवार जिंदा है। मामले को लेकर एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि आखिरी बार ये लोग रायपुर के पंडरी स्थित अजय फोटो स्टूडियो गए थे। हमने वहां का फुटेज चेक करना चाहा। मगर उसका बैकअप 24 घंटे का था। इसलिए वीडियो नहीं मिल सका था।
कार में 1 मार्च की रात भीषण आग लग गई थी, राहगीरों ने चारामा थाना पुलिस को घटना की सूचना दी थी।
इस मामले में कांकेर के अलावा धमतरी और कांकेर पुलिस भी जांच कर रही थी। तीनों जिले के अलग-अलग सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे थे। फिर भी परिवार का कोई सुराग नहीं मिला सका था। पुलिस के लिए ये पूरी घटना अबूझ पहेली बनी हुई थी।