छत्तीसगढ़: बलरामपुर में खुद को मंत्री का पीए बताकर लोगों से ठगी करने वाले शातिर को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी सरकारी काम कराने का झांसा देकर लोगों से पैसे ऐंठता था। सीसी रोड का ठेका दिलाने के नाम पर भी एक ग्रामीण से 25 हजार ठग लिए, लेकिन जाने से पहले ही अपनी गाड़ी पर लगी नंबर प्लेट के चलते पुलिस के हत्थे चढ़ गया। नंबर प्लेट से ग्रामीणों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। आरोपी का बड़ा भाई भी इसी तरह ठगी के मामले में जेल में बंद है।
जानकारी के मुताबिक, रघुनाथ नगर क्षेत्र के ग्राम केसारी निवासी रिटायर्ड टीचर राम खेलावन के घर शनिवार को एक व्यक्ति सफेद रंग की कार से पहुंचा। उसने खुद को एक मंत्री का पीए बताया और कहा कि कोई सरकारी काम हो तो बताएं। वह हर सरकारी काम करा सकता है। आसपास के लोगों को इसका पता चला तो वह भी पहुंच गए। इस दौरान एक ग्रामीण ने बताया कि उसने सीसी रोड के लिए प्रस्ताव भेजा है, पर हुआ कुछ नहीं। इस पर आरोपी ने कहा कि वह स्वीकृत करा देगा।
अपनी गाड़ी में फर्जी सरकारी नंबर लगाकर पहुंचा था आरोपी।
आरोपी ने सीसी रोड का ठेका पंचायत मंत्रालय से सप्ताह भर में स्वीकृत कराने के नाम पर 25 हजार रुपए की डिमांड कर दी। ग्रामीण उसकी बातों में आ गया और रुपए दे दिए। जब आरोपी वहां से जाने लगा तो एक ग्रामीण को उसकी गाड़ी का नंबर देखकर उसके फर्जी होने की आशंका हुई। इसके बाद उसने रघुनाथ नगर थाने को सूचना दे दी। इस पर थाना प्रभारी बाजीलाल सिंह पुलिस टीम के साथ मौक पर पहुंच गए। पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की तो पता चला कि आरोपी का नाम शशिकांत तिवारी है और वह ठग है।
इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो आरोपी शशिकांत तिवारी से 27010 रुपए नगद, एक मोबाइल और 19 फर्जी तरीके से प्राप्त दस्तावेजों के साथ कार जब्त की है। आरोपी शशिकांत तिवारी के विरुद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। जांच में पता चला कि उसने अपनी निजी कार में सरकारी फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी। इसी से ग्रामीण को शक हुआ और शातिर ठग पुलिस के हत्थे चढ़ गया।