रायपुर के खम्हारडीह इलाके में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। देर रात तक सभी खम्हारडीह थाने के पास पहुंच गए और पुलिस स्टेशन का घेराव कर नारेबाजी करने लगे। कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठ गए और एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कुछ पुलिस कर्मियों ने इन्हें सड़क से हटाया तो धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस स्टाफ ने सभी को खदेड़ने का प्रयास किया। इसके बाद बवाल और बढ़ गया स्थानीय कांग्रेस नेता राकेश धोतरे और भारतीय जनता पार्टी के पार्षद रोहित साहू के समर्थकों ने काफी देर तक थाने के बाहर बवाल किया।
थाने के बाहर जमा लोग और पुलिस।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विवाद शनिवार को मूर्ति विसर्जन की वजह से उपजा। दरअसल दुर्गा विसर्जन का एक छोटा जुलूस बस्ती के पास से निकाला जा रहा था। बस्ती में रहने वाले संतोष विश्वकर्मा ने दूसरी समिति के जुलूस में जाकर डांस कर लिया। यह दूसरी समिति के लोगों को पसंद नहीं आया और युवक के साथ मारपीट की गई। कांग्रेस नेता राकेश धोतरे का आरोप है कि भाजपा पार्षद रोहित साहू और उसके उसके कार्यकर्ताओं ने बस्ती के संतोष विश्वकर्मा को पीटा। जब शिकायत थाने पहुंची तो पुलिस रिपोर्ट लिखने में आना-कानी करने लगी।
थाने के अंदर जाने से भीड़ को रोका गया।
थोड़ी ही देर में थाने का घेराव कर दिया गया। दूसरी तरफ भाजपा पार्षद के कार्यकर्ताओं ने बताया कि आरोप सरासर झूठा है, संतोष विश्वकर्मा नाम का युवक समिति के जुलूस में आकर लोगों से बदसलूकी कर रहा था इसीलिए झड़प हुई। थाने में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं का विवाद बढ़ता देख पुलिस ने शिकायत आवेदन ले लिया और जिस युवक के साथ मारपीट का दावा किया जा रहा था उसे डॉक्टरी जांच के लिए भी भेजा। थाने की प्रभारी मंजू लता राठौर ने बताया कि दोनों पक्षों के तथ्यों को देखते हुए जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।