Sunday, April 28, 2024
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BIG NEWS- बाबा रामदेव का दावा: आयुर्वेद से होगा “ब्लैक फंगस” का खात्मा…काम पूरा हुआ फाइनल स्टेज में है दवाई,एक हफ्ते के अंदर की जाएगी लॉन्च

नईदिल्ली. एलोपैथी डॉक्टरों को लेकर दिए गए विवादित बयानों में फंसने के बाद योग गुरू बाबा रामदेव ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। बाबा रामदेव ने कहा है कि सिर्फ एक हफ्ते के अंदर वे आयुर्वेद पद्धति से ब्लैक फंगस, येलो फंगस, व्हाइट फंगस का इलाज देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ये काम पूरा हो चुका है और फाइनल स्टेज में है।

उन्होंने हिंदी के एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने अपने काम से मुंह नहीं मोड़ा है. तमाम विवादों के बावजूद मैं 18 घंटे सेवा कर रहा हूं. बाबा रामदेव ने आगे कहा कि बहुत जल्द ही एक सप्ताह के अंदर ब्लैक फंगस, येलो फंगस और व्हाइट फंगस का इलाज आयुर्वेद से देने वाला हूं. काम हो चुका है और प्रक्रिया फाइनल स्टेज में है. हम अभी भी फंगस की दवाई बना रहे हैं. बाबा रामदेव ने आईएमए विवाद पर कहा कि आईएमए न तो कोई साइंटिफिक वैलिडेशन की बॉडी है. ना इनके पास कोई लैब है. ना इनके पास कोई वैज्ञानिक हैं. आईएमए एक एनजीओ है. उन्हाेंने कहा कि आयुर्वेद का और योग का अनादर हुआ है.

आईएमए बल्ब को, पेंट को और साबुन को बार-बार प्रमाणित करने का काम कर रहा है, जबकि कोरोनिल को अप्रामाणिक कहकर आयुर्वेद का मजाक उड़ाता है. विवाद इस बात से है, मैंने यह कहा है. उधर, ऐलोपैथी के संबंध में योग गुरु बाबा रामदेव की टिप्पणी को लेकर दिल्ली के कई अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को राष्ट्रव्यापी आंदोलन के तहत प्रदर्शन शुरू किया. इन डॉक्टरों की मांग है कि या तो रामदेव बिना शर्त माफी मांगें या उनके खिलाफ महामारी रोग अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए.

बता दें कि पिछले दिनों बाबा रामदेव ने विवादित बयान देते हुए एलोपैथी को स्टुपिड और दिवालिया साइंस बता दिया था. बाबा रामदेव के इन बयानों पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कड़ी आपत्ति जताई थी. बाद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के कहने पर बाबा रामदेव ने अपने बयान को वापस ले लिया था. हालांकि बाद में बाबा रामदेव ने कोरोनाकाल में डॉक्टरों की मौत से जुड़ा एक और विवादास्पद बयान दिया था.

बाबा रामदेव के इस बयान पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की उत्तराखंड शाखा ने कड़ी आपत्ति जताई थी और मानहानि का नोटिस भी भेजा था. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कहा था कि बाबा रामदेव अपने बयानों को वापस लें नहीं तो 1000 करोड़ का भुगतान करें. क्योंकि उनके बयानों के हजारों डॉक्टरों की छवि को नुकसान पहुंचा है.

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