Sunday, May 19, 2024
Homeछत्तीसगढ़कोरबाBCC News 24: छत्तीसगढ़ बजट ब्रेकिंग- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर 12.30 बजे...

BCC News 24: छत्तीसगढ़ बजट ब्रेकिंग- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर 12.30 बजे खोलेंगे बजट का पिटारा, पुरानी पेंशन पर घोषणा की उम्मीद

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 का वार्षिक बजट पेश किया जाना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सदन के भीतर 12.30 बजे बजट के पिटारे का मुंह खोलेंगे। इस दौरान आय-व्यय का पूरा लेखा-जोखा सामने रखा जाएगा। बजट भाषण में मुख्यमंत्री नई योजनाओं की भी घोषणा करने वाले हैं।

बताया जा रहा है, मुख्यमंत्री अपने बजट भाषण में पुरानी पेंशन योजना की बहाली से जुड़ी कोई घोषणा कर सकते हैं। वित्त विभाग ने इसकी शुरुआती कवायद पूरी कर ली है। वित्त विभाग का शुरुआती अनुमान है कि पुरानी पेंशन योजना लागू होने से अगले एक दशक तक सरकार पर वित्तीय बोझ नहीं आने वाला। उल्टे 1680 करोड़ रुपया सालाना की बचत होगी। यह वह राशि है जो सरकार अंशदायी पेंशन यानी नई पेंशन योजना में अपने पास से देती है। नई पेंशन योजना 2004 से लागू हुई है। उसके बाद भर्ती हुए सरकारी कर्मचारियों की संख्या तीन लाख 30-40 हजार बताई जा रही है। ये कर्मचारी 2030-32 के बाद ही रिटायर होंगे। तब सरकार पर उनके देयकों का बोझ पड़ेगा। प्रदेश भर के कर्मचारी संगठन जोर-शोर से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मेंे भी पुरानी पेंशन की बहाली बड़ा मुद्दा था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित कई विधायकों ने पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है।

युवा, रोजगार और निर्माण पर फोकस रह सकता है बजट

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने कार्यकाल का चौथा बजट पेश करने वाले हैं। इस बार बजट का आकार पिछले बजट की तुलना में 5% तक बड़ा हाे सकता है। संकेत मिल रहे हैं कि यह बजट युवा, रोजगार और निर्माण पर केंद्रित होगा। 2023 के आखिर में चुनाव भी होना है। ऐसे में और घोषणापत्र के अधूरे वादों को पूरा करने का रोडमैप इस बजट में दिया जा सकता है।

कुछ सेवाओं पर उपकर लग सकता है

सरकार कुछ योजनाओं के संचालन के लिए राशि की व्यवस्था करने के लिए सेस यानी उपकर लगाने जा रही है। राजीव युवा मितान क्लब के संचालन के लिए रिक्त अथवा कृषि भूमि की बिक्री, दान अथवा 30 साल से अधिक अवधि के पट्‌टे अथवा भोग बंधक के पंजीयन पर उपकर लगाया जाएगा। सरकार का अनुमान है कि इस उपकर से सालाना 130 करोड़ रुपए जुटा लिए जाएंगे। गोधन न्याय योजना के लिए पहले से शराब पर सेस लगाया गया है। कृषि मजदूर न्याय योजना के लिए भी किसी सेवा पर सेस लगाया जा सकता है।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular