भिलाई: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र और नए वर-वधु चैतन्य बघेल व ख्याति वर्मा का आशीर्वाद समारोह शुरू हो चुका है। मेहमानों के आने का भी सिलसिला शुरू हो चुका है। राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके दोपहर को यहां पहुंची और उन्होंने दूल्हे चैतन्य और दुल्हन ख्याति को आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल और उनकी श्रीमती मुक्तेश्वरी देवी भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम के लिए पाटन के सर्किंट हाउस स्थल में भव्य समारोह की तैयारी की गई है। पूरे सर्किट हाउस को दुल्हन की तरह सजाया गया है। चैतन्य बघेल व ख्याति वर्मा रविवार को परिणय सूत्र में बंधे हैं। नया रायपुर में भव्य रूप से शादी समारोह आयोजित हुआ था।
समारोह स्थल में प्रवेश के लिए 7 द्वार बनाए गए हैं। हर द्वार के लिए अलग-अलग प्रभारी की भी नियुक्ति की गई है। सारा कार्यक्रम परिवार से जुड़े लक्ष्मण चंद्राकर की देखदेख में हो रहा है। दोपहर 1 बजे से भोजन शुरू हो जाएगा। 50 हजार मेहमानों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। इसमें छत्तीसगढ़ी व्यंजन से लेकर नॉर्थ इंडियन फूड भी शामिल हैं। समारोह की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी 9 IAS और 11 IPS अफसरों को सौंपी गई है।
समारोह में आने वाले VIP की लिस्ट तैयार है। कैबिनेट मंत्रियों का भी जमावड़ा लगेगा। समारोह में बड़े स्तर पर स्थानीय लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। आमजनों की सुविधा को देखते हुए सभी के लिए अलग-अलग समय और रूट का निर्धारण पहले से है। इसी तय मार्ग से अतिथि कार्यक्रम में पहुंचेंगे।
पाटन रूट पर आज भारी वाहन के संचालन को पूरी तरह से बंद किया गया है। वहीं कार्यक्रम में आने वाले सभी अतिथियों के लिए पुलिस-प्रशासन ने निर्धारित पार्किंग स्थल का इंतजाम किया है।
दुर्ग भिलाई सहित इन क्षेत्रों के लोग इस रूट से पहुंचेंगे पाटन
दुर्ग, भिलाई, मरोदा, नेवई, उमरपोटी, बोरीगारका, जोरातराई, मोरीद, डुडेरा, माहकाखुर्द, परेवाडीह, माहकाकला, मुडपार, डुमरडीह,उतई, खोपली, घुपसीडीह, सिर्री, धौराभाठा, पतोरा, सेलूद, परसाही, गाडाडीह, मर्रा, सांकरा, बटंग, बोदल, फेकारी, बोहारडीह, मानिकचैरी, पुनईडीह, देवादा,छाटा,गोडपेण्ड्री, अचानकपुर, लोहरर्सी, ढोढापुर, अरसनारा, फुण्डा और देमार आदि क्षेत्र से पाटन जाने वाले लोगों को दुर्ग से भिलाई होते हुए नेवई, उतई, सेलूद और फुंडा होते हुए पाटन पहुंचना पड़ेगा।
इन क्षेत्र के लोग इस रूट से पहुंचेंगे पाटन
तमोरा, तिलोदा, मुदंरा, परसाही, रनचिरई, बोरवाय, खोला, औरी, भनसुली, जाम गांव आर, भरर, भैसबोर्ड, कुम्हली, पाउवारा, पौहा, गुडियारी, कानाकोट, आमालोरी, खपरी, बेलौदी, घुमा, सोरम, गब्दी, कुरमी, गुंडरा, दरबार मोखली, सेमरी, गुजरा, कसीही, नवागांव, पंदर, रीवागहन, बासींग, धमना, बटरेल, अरमर्रीखुर्द, आगेसरा, उमरपोटी, नवागांव, बेल्हारी, किकिरमेटा, ओदरागहन, अकतई, टेमरी, सुरपा, मोहभट्टा, निपानी, औसर, खपरी, चुलगहन, करेला, बीजाभाठा, घोराडी, पाहंदा, डिडगा, डिडगाभाठा, रानीतराई, कौही, बोरेंदा, जरवाय, असोगा, झाडमोखली, बरबरसपुर, रेंगाकठेरा, जरवाय, केसरा, भनसुली, खर्रा, तेलीगुंडरा, मटिया, रामपुर, डंगनिया, तर्रीघाट, खम्हरिया, अटारी, अखरा, कुम्हारी, रामपुर, जंजगिरी, दादर, चरोदा, सिरसाकला, देवबलोदा, कुगदा, परसदा, मगरघट्टा, मटिया, पाहंदा, उरला, बटंग, नारधी, औंधी, औरी, भाठागांव, अमलीडीह, मोतीपुर, सांकरा, अम्लेश्वर, खुडमुडा, घुघवा, जमराव, कोपेडीह, कापसी, माहुद, उफरा, अमेरी, जामगांव(एम), झीट, रूही, खुडमुडी, तुलसी, ठकुराईनटोला, सुपकोना, सोनपुर, पुरैना, सोमनी, गनियारी, पचपेडी, पहडोर, करसा, बेंदरी, घुघवा, गभरा, राखी, रवेली, तर्रा, आमपेण्ड्री, सावनी, चीचा, चंगोरी और बठेना के लोग अपने सामान्य रूट कुम्हारी से पाहंदा, मोतीपुर, झीट होते हुए सिकोला से पाटन पहुंचेंगे।
अलग-अलग बनाए गए पार्किंग स्थल
लोगों को वाहन पार्किंग में किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए अलग-अलग जगहों पर पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। अलग-अलग रूट से आने वाले लोग एसडीएम कार्यालय परिसर, जनपद पंचायत कार्यालय परिसर, गर्ल्स स्कूल के सामने/अंदर और पाटन मंडी परिसर में अपने वाहनों को पार्क कर सकते हैं।