रायगढ़: छत्तीसगढ़ में GST चोरी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां यह जीएसटी की चोरी पावभाजी वाले के नाम से हुई है। जीएसटी के अधिकारियों ने डेढ़ की करोड़ की जीएसटी चोरी के चलते उस युवक के यहां दबिश दी थी। जिसके बाद पूरा मामला सामने आया है।
राजेश कुमार जोगी शहर में गौरी शंकर मंदिर मोड़ के सामने फास्ट फूड सेंटर चलाते हैं। इनके यहां ही कुछ समय पहले जीएसटी के अधिकारियों ने दबिश दी। अधिकारियों ने बताया कि आपके आधार कार्ड नंबर से जीएसटी चोरी की गई है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि आकाश ट्रेडर्स के नाम से लगभग डेढ़ करोड़ से 2 करोड़ रुपए की चोरी कई है। इसलिए हम आपके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
युवक बोला-मेरी इतनी आमदनी ही नहीं
ये सुनने के बाद राजेश भी सख्ते में आ गया और उसने अधिकारियों को भी बताया कि वह तो फास्ट फूड सेंटर चलाता है। उसकी इतनी आमदनी भी नहीं होती है। ना ही उसने जीएसटी नंबर लिया है। तब अधिकारी ये सुनकर चौक गए। राजेश ने अधिकारियों को यह भी बताया कि उसका नाम से आकाश ट्रेडर्स जैसी कोई दुकान भी नहीं है। शुक्रवार को राजेश एसपी ऑफिस इस पूरे मामले की शिकायत करने पहुंचा था।
शिकायत पत्र लेकर शिकायत करने पहुंचा था युवक।
युवक ने आधार कार्ड की फोटो बदलवाने दिया था
उधर, शुक्रवार को एसपी ऑफिस पहुंचे राजेश ने बताया कि दबिश के बाद मै घबरा गया था। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। फिर बाद में याद आया कि जनवरी 2021 में मैंने नगर निगम में दुकान संचालित करने के लिए आवेदन दिया था। निगम की तरफ से उन दिनों दुकानें दी जा रही थी। इसलिए मैंने अभी आवेदन किया था। लेकिन मेरे आधार कार्ड में गड़बड़ी आ रही थी। मेरा फोटो छोटा था, जिसके कारण आवेदन में आधार नहीं लगा पा रहा था।
उसी दौरान मेरे पहचान के विशेष अग्रवाल ने मुझसे कहा था कि वह आधार कार्ड सही करवा देगा। इसके बाद मैंने उसे अपना आधार कार्ड दे दिया था। बाद में काफी समय बीत जाने के बाद उसने मुझे आधार कार्ड ही वापस नहीं किया है। अब जब अधिकारियों ने दबिश दी, तब मुझे ये बात पता चली है।
फाइल फोटो।
इधर इस मामले में एएसपी संजय महादेवा का कहना है कि शिकायत आई है। हम मामले में जांच करेंगे। जांच में जो पाया जाएगा। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले में जांच जारी है।
आप भी रहें सतर्क
यदि आप किसी जरूरी कार्य से अपने जरूरी दस्तावेज किसी को देते हैं तो समय रहते उसे वापस ले लें। कोशिश करें कि जरूरी दस्तावेज हर किसी का ना दें। साथ ही बड़ी ही सावधानी से अपने दस्तावेज का इस्तेमाल करें। इसके अलावा यदि आपके जरूरी डॉक्यूमेंट से कोई छेड़छाड़ करता है तो तुरंत इस बात की शिकायत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में करें।
GST क्या है?
GST यानी Goods And Services Tax. हिन्दी में इसका मतलब होता है- वस्तु एवं सेवा कर। किसी सामान को खरीदने या किसी सर्विस को खरीदने पर GST चुकाना पड़ता है। भारत में GST 1 जुलाई 2017 से लागू है।
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भिलाई में किराना व्यवसायी के यहां पड़ी थी GST की रेड
8 महीने पहले भिलाई में CG GST की टीम ने एक किराना व्यवसायी के यहां छापेमारी की। टीम ने वहां पहुंचते ही दुकान के संचालक और कर्मचारियों को बाहर जाने से रोक दिया था। इसके बाद घंटों वहां बिल वाउचर को खंगाला। इस दौरान टीम के अधिकारी उस गोदाम में भी पहुंचे जहां वह सामान रखता था। सीजी जीएसटी की इस कार्रवाई से व्यापारी वर्ग में हड़कंप मचा गया था।
बिलासपुर में बड़े कारोबारियों के यहां सेंट्रल GST की रेड
6 महीने पहले बिलासपुर के दो बड़े कारोबारियों के यहां सेंट्रल GST की टीम ने छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि मर्चेंट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व तेल कारोबारी देवीदास वाधवानी के खिलाफ नकली तेल का फर्जी बिल सहित टैक्स चोरी करने के अन्य मामलों की शिकायत की गई थी। ऐसे ही प्रतिष्ठित कपड़ा कारोबारी भारत होजियरी के संचालक पर भी टैक्स चोरी करने का आरोप है। टीम शुक्रवार दोपहर से लेकर देर रात तक यहां आय-व्यय के दस्तावेजों की जांच करती रही।
मर्चेंट ऐसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व व्यापार विहार के कारोबारी देवीदास वाधवानी की फर्म वाधवानी ट्रेडर्स में शुक्रवार दोपहर सेंट्रल GST रायपुर की चार सदस्यीय टीम छापेमारी करने पहुंची। टीम की अगुवाई सुप्रिटेंडेंट अरुण कुमार कर रहे थे। यहां उन्होंने फर्म के संचालक देवीदास वाधवानी से स्टॉक और बिल की जानकारी ली। इस दौरान टीम के सदस्य दोपहर से लेकर देर रात फर्म के आय-व्यय सहित अन्य दस्तावेजों की जानकारी जुटाती रही। हालांकि जांच में शामिल अधिकारी छापे की जानकारी देने से बचने की कोशिश करते रहे थे।