छत्तीसगढ़: भिलाई स्मृति नगर चौकी के चंद्र नगर कोहका में आम लोगों व किन्नरों के बीच जमकर ईंट पत्थर और लात घूंसे चले। यह झगड़ा किन्नरों को किराये से मकान न देने की बात पर हुआ। झगड़ा इतना बढ़ गया कि वहां 25-30 की संख्या में किन्नर आकर जमा हो गए। इसके बाद उन्होंने वहां रहने वाले दो युवकों को बुरी तरह से पीटा। चौकी पर पूरा मामला पहुंचने के बाद वहां दोनों पक्षों में समझौता कराकर वापस भेज दिया गया।
चंद्र नगर गली नंबर 27 में साहू नाम के व्यक्ति ने अपना मकान किराये से उठाया है। उसने ऊपर का फ्लोर नायरा झत्रिय और रवीना झत्रिय नाम के किन्नरों को दिया हुआ है। नीचे के फ्लोर को धीरज बंसोड़ को दिया है। धीरज का आरोप है कि किन्नरों को मकान देने से कॉलोनी में बड़ी संख्या में किन्नर व दूसरे लोगों का आना-जाना होता है। इससे कॉलोनी का माहौल खराब होता है। कॉलोनी वासियों ने एकजुट होकर मकान मालिक को चेतावनी दी थी कि वह इन किन्नरों को किराये से हटा दे। इससे मकान मालिक ने किन्नरों को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया था।
किन्नरों को लगा कि सब्जी व्यापारी और उसकी पत्नी के कहने पर मकान मालिक उन्हें निकाल रहा है। इसी बात को लेकर शुक्रवार उनके बीच झगड़ा होने लगा। झगड़ा बढ़ने पर वहां बड़ी संख्या में किन्नर पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने सब्जी व्यापारी की बुरी तरह से पिटाई कर दिए।
शिकायत दर्ज कराने पहुंचे पीड़ित
बीच बचाव करने करने पहुंचा युवक भी घायल
पड़ोस में रहने वाले संतोष महापात्रा का कहना है कि, उन्होंने देखा कि धीरज व उसकी पत्नी को कई किन्नर मिलकर मार रहे हैं। तो वह बीच बचाव करने पहंचा। यह देख किन्नर और भड़क गए। इसके बाद उन्होंने संतोष महापात्रा की पिटाई की। दोनों तरफ से जमकर ईंट पत्थर व लात घूंसे चले।
सुपेला अस्पताल पहुंचे किन्नर
स्मृति नगर चौकी में किन्नरों का जमावड़ा
मारपीट करने के बाद बड़ी संख्या में किन्नर स्मृति नगर चौकी का घेराव करने पहुंचे। चौकी प्रभारी ने मामले को शांत कराते हुए दोनों पक्षों के आवेदन लेकर सुपेला अस्पताल भेजा। इसके बाद पार्षद अभिषेक मिश्रा और चंद्र नगर सोसायटी के लोगों ने मामले को शांत कराया और आपसी समझौता कराकर वापस भेज दिया।
मकान खाली करने के लिए 5 दिन का दिया था समय
कॉलोनी वासियों और किन्नरों के बीच चौकी में समझौता हुआ। इसमें किन्नर रवीना झत्रिय ने लिखकर दिया कि वो लोग 5 दिन के अंदर मकान खाली करके दूसरी कॉलोनी में चले जाएंगे। इस दौरान कॉलोनी वासियों द्वारा उनके साथ किसी भी प्रकार का कोई झगड़ा फसाद नहीं किया जाएगा।