पश्चिम बंगाल: एक सनकी पति ने अपनी बीवी का हाथ ही काट डाला। वजह यह रही कि उसकी हाल ही में सरकारी नौकरी लग गई थी। मामला पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में केतुग्राम का है। पीड़िता रेनू खातून की कुछ दिन पहले सरकारी अस्पताल में नर्स के तौर पर नौकरी लगी थी।
ऐसे में पति मोहम्मद शेख उर्फ शरीफुल शेख को डर सताने लगा कि अगर उसकी पत्नी ने नौकरी शुरू की तो वो उससे दूर हो जाएगी और उसे छोड़कर चली जाएगी। इसके बाद किसी दूसरे आदमी के साथ शादी कर लेगी।
हॉस्पिटल पहुंचने पर रेनू का कटा हुआ हाथ बिल्कुल अलग था। हाथ को जोड़ने की सभी कोशिशें नाकाम रहीं।
दोस्तों की बातों में आकर पति करने लगा शक
जब रेनू खातून नौकरी करने लगी, शेख के दोस्त उसे भड़काने लगे। ऐसे में उसका शक बढ़ता चला गया। रेनू खातून ने बताया कि मेरा नाम जब सरकारी नौकरी में आया तो पति ने सोच लिया कि उसे यह नौकरी नहीं करने देगा।
मैंने कई बार उसे समझाया, लेकिन हमारे बीच झगड़े होने लगे। एक दिन जब मुझे दुर्गापुर जाना था तो उससे पहले पति ने मुझे घर बुलाया।
मैं बिलकुल अनजान थी कि उसके मन में क्या है। रात 10 बजे खाना खाने के बाद जब मैं सो गई, रात में मेरी दो बार आंख खुली तो देखा कि वो बार बार वॉशरूम जा रहा है। पूछने पर बताया की उसके पेट में दर्द है।
तीन लोगों ने मिलकर काटा दायां हाथ
पीड़िता ने बताया कि उसके थोड़ी ही देर में मुझे एहसास हुआ कि किसी ने मेरे मुंह पर तकिया रख दिया है और किसी ने मेरा हाथ पकड़ रखा है। इसके बाद कैंची जैसी किसी चीज़ से मेरा हाथ काट दिया। कुल 3 लोग थे और जब बाकी लोग वहां से चले गए तो उसके बाद भी मेरे मुंह पर तकिया रख दिया। जाते समय मेरे सारे डॉक्यूमेंट्स भी लेकर गए।
इसके बाद मुझे बर्धमान मेडिकल अस्पताल के लिए रेफर किया गया, वहां प्राथमिक उपचार के बाद दुर्गापुर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में शिफ्ट कर दिया गया, क्योंकि घाव बेहद गहरे थे।
अब जुड़ नहीं सकेगा हाथ
डॉक्टर परमहंस ने बताया कि पेशेंट का दायां हाथ पूरी तरह से कटा हुआ था। हालत गंभीर थी और माथे पर भी काफी चोट थी। हमारे डॉक्टरों ने जान बचाने के लिए सर्जरी की। उसका हाथ काटना ही पड़ा, क्योंकि उसको जोड़ने का दोबारा कोई चांस नहीं था।