Thursday, May 2, 2024
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बर्ड फ्लू : अधिकारियों की टीम पहुंची बालोद, 10 हजार मुर्गे-मुर्गियों को किया जाएगा नष्ट…

संचालक सहित सभी कर्मचारी 10 दिन के होम कवारेंटाईन में, सभी पोल्ट्री फार्म अब प्रशासन की निगरानी में। पढ़िए पूरी खबर-

बालोद। देश में बर्ड फ्लू छत्तीसगढ़ को मिलाकर सात राज्यों में फैल चुका है। छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू का पहला मामला बालोद जिले में सामने आया है। जिले में मुर्गियों की मौत के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। बालोद में अधिकारियों की टीम पहुंची है और ग्राम गिधाली के जीएस पोल्ट्री फार्म को सील किया गया है। संचालक सहित सभी कर्मचारी 10 दिन के होम कवारेंटाईन में हैं। वहीं संक्रमित क्षेत्र के 10 हजार 175 मुर्गे-मुर्गियों को नष्ट किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्र के सभी पोल्ट्री फार्म अब प्रशासन की निगरानी में हैं। शुक्रवार को प्रदेश से पशु चिकित्सा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर केके ध्रुव, डिप्टी डायरेक्टर डॉ. नवीन शर्मा एवं डॉ. रंजना नायडू ग्राम गिधाली पहुंचे। इससे पहले सभी ने कलेक्टोरेट पहुंच कर जिले के पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक से मिल तमाम गतिविधियों की जानकारी ली। फिर उन्होंने जीएस पोल्ट्री फार्म सहित क्षेत्र की सभी पोल्ट्री फार्म का जायजा लिया। मौके पर जिले की पशु चिकित्सा विभाग की टीम भी मौजूद रही।

पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जीएस पोल्ट्री फार्म को सील कर दिया है। वहीं पशु चिकित्सा विभाग की टीम के द्वारा जीएस पोल्ट्री फार्म के 1 किमी के दायरे में संक्रमित क्षेत्र के 10 हजार 175 मुर्गे-मुर्गियों को चिन्हांकित किया गया है, जो पोल्ट्री फार्म के अलावा ग्रामीणों की भी हैं। जिन्हें शनिवार को रैपिड रिस्पांस टीम के द्वारा नष्ट किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बर्ड फ्लू या एवियन इनफ्लुएंजा एक जूनोटिक बीमारी है अर्थात जानवरों में बहुतायत में पाई जाती है। कभी-कभी इसका संक्रमण इंसानों में भी देखने को मिलता है। यह इनफ्लुएंजा वायरस का एक प्रकार है, जो पक्षियों में एक से दूसरे में हवा के जरिए फैलता है। संक्रमण की वजह से प्रभावित पक्षियों की नाक, गले और सांस नली में सूजन आ जाती है। सूजन की वजह से उन्हें सांस लेने में कठिनाई होती है और इससे उनकी मौत हो जाती है। कौआ, मुर्गी, प्रवासी पक्षी आदि इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं।

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