बिलासपुर: CIMS में बुधवार को एक सीनियर डॉक्टर ने अपने जूनियर की पिटाई कर दी। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। इसके विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद कर दिया। जूनियर डॉक्टर वहीं धरने पर बैठ गए और 2 घंटे तक हंगामा चलता रहा। इसके चलते मरीजों का उपचार भी बंद हो गया। जानकारी मिलने पर डीन मौके पर पहुंचे और जूनियर डॉक्टरों को समझाया। इसके बाद सभी शांत हुए और काम पर लौटे।
जानकारी के अनुसार, इमरजेंसी डिपार्टमेंट में सीनियर डॉक्टर केएन चौधरी ने सुबह करीब 11.30 बजे ने जूनियर डॉ. रोहित मोहरना को एक मरीज को टिटनेस का इंजेक्शन लगाकर सर्जरी वार्ड में भर्ती करने को कहा था। जूनियर डॉक्टर मोहरना ने मरीज को इंजेक्शन ताे लगाया, लेकिन स्क्रिप्ट में लिखना भूल गए। उसे देखकर डॉ. चौधरी को लगा कि जूनियर ने इंजेक्शन लगाए बिना ही मरीज को वार्ड में भर्ती कर दिया है।
जूनियर डॉक्टरों को समझाइश देते डीन डॉ. केके सहारो
इससे नाराज सीनियर डा. चौधरी ने सबके सामने जूनियर डॉ. मोहरना को फटकार लगाते हुए थप्पड़ मार दिया। इसकी जानकारी CIMS के अन्य जूनियर डॉक्टरों को हुई तो उनका आक्रोश भड़क गया। उन्होंने काम बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। वे सीनियर डॉक्टर चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। पता चलने पर डीन डॉ. केके सहारे वहां पहुंचे और समझाकर शांत किया।
कार्रवाई की मांग पर अड़े जूडो
इस घटना के बाद जूनियर डॉक्टर लामबंद हो गए। उन्होंने कहना था कि CIMS में जूनियर डॉक्टर कठिन परिस्थिति में में काम करते हैं। इसके बाद भी सीनियर डॉक्टर उन्हें मार्गदर्शन करने के बजाए इस तरह से दुर्व्यवहार करते हैं। सीनियर डॉक्टर चौधरी ने मरीजों के सामने मारपीट कर हद पार कर दी है। लिहाजा, जूनियर डॉक्टर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते रहे।
हालॉकि, डीन डॉ. सहारे जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। डीन डा. सहारे ने कहा कि काम के तनाव के चलते इस तरह की घटना हो जाती है। सीनियर व जूनियर डॉक्टर को समझाइश देकर मामला शांत करा दिया गया है। जूनियर डॉक्टर काम पर लौट गए हैं और अब उन्हें कोई शिकायत नहीं है।