रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की लिस्ट तैयार की है. इस लिस्ट में राजधानी रायपुर में 700 अनाथ बच्चों के नाम शामिल किए गए हैं. भूपेश बघेल सरकार अनाथ बच्चों के लिए शिक्षा और छात्रवृत्ति की व्यवस्था की है. अनाथ बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ महतारी जतन योजना शुरू किया गया है. इस योजना के तहत जिला शिक्षा अधिकारी AN बंजारा ने लिस्ट जारी किया है.जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा ने कहा कि जैसा कि सरकार से आदेश मिला था, उसके मुताबिक़ कोरोना में अनाथ हुए बच्चों का लिस्ट बनाकर संचालनालय भेज दिया गया है.रायपुर में 700 से ज़्यादा बच्चे अनाथ हुए हैं. समिति में छंटनी के बाद इनके लिस्ट संचालनालय को भेजा गया है. इसमें से 235 बच्चों का अप्रूवल प्रथम चरण में मिल गया है. बहुत ही जल्द ऐसे बच्चों का लिस्ट वेबसाइट में अपलोड कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि अगर प्राइवेट स्कूल की बात करें, तो प्राइवेट स्कूलों के बच्चों का भी लिस्ट भेजा गया है. इनके लिए सरकार शिक्षा के लिए एकमुश्त राशि तय करेगी. उसके बाद प्राइवेट स्कूलों को उनकी पढ़ाई का ख़र्च वाहन किया जाएगा. इन्हें भी छात्रवृत्ति की पात्रता होगी.
इतने मिलेंगे छात्रवृत्ति
- कक्षा एक से 8वीं तक अध्ययनरत अनाथ विद्यार्थियों को प्रतिमाह 500 रुपया को छात्रवृत्ति
- वहीं 9 वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिमाह 1 हज़ार रुपये दिया जाएगा.
- प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिक्षा सत्र 2020-21 का पिछले चार पांच महीने की राशि एकमुश्त देने की योजना है.
ग़ौरतलब है कि प्रदेश सरकार कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा की ज़िम्मेदारी ली है. साथ ही अलग से छात्रवृत्ति का भी प्रावधान किया है.