रायपुर: कोरोना का नया वैरिएंट जिन देशों में मिला है, वहां से लौटने वालों की सूची केंद्र सरकार से यहां भेजी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम सूची के आधार पर उन लोगों को ट्रेस करेगा। कोरोना के लक्षण नजर आने पर उन्हें तुरंत क्वारेंटाइन कर उनके संपर्क में आने वालों की भी जानकारी जुटाई जाएगी। जरूरत पड़ने पर संपर्क में आने वालों को भी 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन किया जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्राॅन यानी बी.1.1.529 मिलने के बाद पिछले दो दिनाें से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। शनिवार को डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेस और डायरेक्टर फैमिली वेलफेयर के साथ कोरोना नियंत्रण के आला अधिकारियों ने स्थिति की समीक्षा की। इसके पहले केंद्र से अलर्ट मिलने के बाद प्रदेश के सभी जिलों को सर्तक कर दिया गया है। जिलों के सीएमओ को भी कोरोना के नए मामलों पर बारीकी से नजर रखने की हिदायत दी गई है। केेंद्र की ओर से वैरिएंट बी.1.1.529 से प्रभावित देशों से लौटकर छत्तीसगढ़ पहुंचने वाले नागरिकों की सूची एक-दो दिनों के भीतर भेजी जा सकती है।
इस वजह से ऐसे लोगों के सर्विलांस के लिए प्रदेश में हर जिले को तैयार रहने के लिए कहा गया है। वहीं नए वैरिएंट प्रभावित देशों से लौटकर आए लोगों को क्वारेंटाइन के सख्त नियमों की प्रक्रिया से भी गुजरना होगा। इसके लिए पहले की तरह 14 दिन का नियम प्रभावित रखने के संकेत दिए गए हैं। अफसरों के अनुसार 14 दिन की गिनती देश में एंट्री करने के बाद से मानी जाएगी। वहीं ऐसे लोग अगर पॉजिटिव निकलते हैं और उन्हें कोई गंभीर बीमारी है, उनका इलाज अस्पताल में कराया जाएगा। उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति नहीं दी जाएगी। यानी वैरिएंट प्रभावित देशों से लौटकर आए पॉजिटिव लोगों में से केवल उन्हीं को होम आइसोलेशन में रहने की मंजूरी दी जाएगी, जिनको पहले से कोई गंभीर बीमारी नहीं है। वहीं बुजुर्गों का एहतियात के तौर पर अस्पताल में ही ट्रीटमेंट किया जाएगा। देश में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कोरोना जांच को लेकर सख्ती पहले से लागू की गई है इसके बारे में प्रदेश में जानकारी दी गई है।
सैंपल की एडवांस जीनोम जांच करने के लिए रणनीति
प्रदेश में बी.1.1.529 वैरिएंट के फैलाव को रोकने के मद्देनजर वैरिएंट सेल को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। इसके तहत केंद्र की ओर से जिन 12 देशों से लौटकर आ रहे नागरिकों को लेकर सावधानी रखने के लिए कहा गया है उनमें प्रदेश में आकर पॉजिटिव पाए लोगों के सैंपल की एडवांस जीनोम जांच करने के लिए रणनीति बनाई गई है। अफसरों का कहना है कि इसके जरिए अगर नया वैरिएंट प्रदेश में किसी व्यक्ति में पाया गया तो इसे पहले से ही पता लगा लिया जाएगा। इससे संक्रमण का फैलाव भी नहीं हो सकेगा।
टेस्टिंग ट्रेसिंग ट्रीटमेंट के साथ वैक्सीनेशन भी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिलों को निर्देश जारी किए गए हैं कि कोरोना मरीजों के एक्टिव सर्विलांस को लेकर व्यापक रूप से काम किया जाए। टेस्टिंग ट्रेसिंग ट्रीटमेंट के फॉर्मूले के साथ वैक्सीनेशन भी जोड़कर अब टीटीटीवी फॉर्मूले पर काम करने कहा गया है। इसमें वैक्सीनेशन से छूटे लोगों को अनिवार्य रूप से टीके लग जाए ये जिलों को सुनिश्चित करने की हिदायत दी गई है। वहीं शासन की ओर से स्थानीय निकायों को मास्क सोशल दूरी जैसी सावधानी नहीं बरतने वालों पर सख्ती के साथ फाइन वसूल करने के लिए कहा गया है।
कोरोना के नए वैरिएंट से प्रभावित देशों से लौटे लोगों के सर्विलांस के लिए जिलों में व्यापक तैयारियां करने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र से प्रभावित देशों से लौटकर आए लोगों की जानकारी भी मिलने वाली है।
-डॉ. सुभाष मिश्रा, डायरेक्टर, एपिमेडिक